Saturday, January 2, 2010

नव वर्ष

मेरा नाम विकास अथवाल है . और आप कैसे हो सब ठीक है ना और नया साल कैसे मनाया ? मैने तो कुछ खास नही किया बस लॅपटॉप के सामने बैठे बैठे नये साल का स्वागत किया ! पर यार एक बात है ये भी तो कुछ खास ही तो है क्योकि मैने पहली बार ऐसे नया साल मनाया है !

चलो बाकी सब छोड़ो मैं आज आपको मेरी लिखी हुई एक कविता देता हूँ शायद आपको पसंद आएगी .........

फिर से आया नव वर्ष
सबके चेहरो पे है हर्ष
सभी कर रहे है २०१० की पहली किरण का स्पर्श
फिर से आया नव वर्ष


नव वर्ष पर सभी लेते संकल्प
परंतु उनमे से पूरे करते है बहुत अल्प
दूसरो से लगते रहते है आस
जैसे कुछ नही है करने को उनके पास
जिधर देखो उधर है ऐसा ही हाल
कैसा गुजरा पिछला साल
नये साल से नया सुरुआत


पिछले साल क्या सो रहे थे
कॉनसी दुनिया मे खो रहे थे


अब तो तुम को आया होश
लगा दो अपना पूरा जोश
तुम्हारे हवाले ही है ये देश
जन जन को पहुचाओ संदेश


सभी मिलकर करो मेहनत
तभी पाओगे सपनो का भारत



विकास अथवाल

उर्दू से हिन्दी