पेश है मनुष्यों के लिए नई इस बिमारी के बारे में जानकारी:
स्वाइन फ्लू है क्या?
स्वाइन फ्लू सूअर से उत्परिवर्तित वाईरस से हुई है. इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे ही होते हैं, जैसे कि बूखार, गला सूखना, खाँसी आना, सरदर्द, नाक में खुजली होना, शरीर में दर्द आदि.
क्या इसका उपचार सम्भव है?
हाँ, कुछ दवाईयों ने इस बिमारी से ग्रस्त रोगियों पर असर दिखाया है. कुछ एंटिवाइरल दवाईयाँ भी कारगर सिद्ध हुई हैं. टेमिफ्लू तथा रेलेंज़ा जैसी दवाईयाँ असरकारक है.
क्या सुअरों से यह बिमारी फैल रही है?
शुरूआती लक्षण इस ओर इशारा करते जरूर हैं, लेकिन स्वाइन फ्लू इस समय इंसान से इंसान को लग रही है. यह बिमारी सुअरों में आम तौर पर पाई जाने वाली स्वाइन फ्लू का उत्परिवर्तित रूप कही जा सकती है.
स्वाइन फ्लू का वाइरस उत्परिवर्तित होता रहता है. इसका वही रूप इंसानों को लगा है, और अब इंसानों से ही फैल रहा है.
क्या सूअर का मांस घातक है?
नहीं! स्वाइन फ्लू खाने से नहीं फैलता. सूअर का मांस स्वाइन फ्लू के लिहाज से सुरक्षित है.
क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए?
यदि कोई आपका परिचित अमरिका, मैक्सिको या यूरोप से आया है तो उसकी चिकित्सकीय जाँच कराएँ. यदि आप विदेश यात्रा पर जा रहे हैं तो सावधारी रखें.
बार बार हाथ धोते रहें. यदि आप बिमार महसूस कर रहे हैं तो घर पर ही रहें और खांसी को काबू में रखने का प्रयत्न करें. खांसते समय मूँह ढक लें. यदि खांसते समय हाथों से मूँह ढका है तो लगातार हाथ धोते रहें.
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