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बताया जा रहा है कि 35 वर्षीय वेलेरी को स्वाइन फ्लू होने के बाद डॉक्टर्स ने उनकी और उनके बच्चे दोनों की जान को खतरा होने की आशंका जताई थी। इसके बाद उन्होंने वेलेरी को कोमा की स्थिति में लाने का निर्णय किया और उसी दौरान उनके बच्चे का जन्म भी हुआ। अब बच्चे के जन्म के शुरूआती समय के बारे में जानने का वेलेरी के पास एकमात्र जरिया वो डायरी है, जिसमें नर्सेज ने खूबी के साथ उसके छोटे-बडे अनुभवों को समेटा है।
वेलेरी बताती हैं कि उनके पति साइमन ने उन्हें बच्चा होने की जानकारी तो दे दी थी, लेकिन वे जब तक उसे ठीक तरह से देख पातीं, तब तक करीब दो सप्ताह का समय हो चुका था। उस समय वे यकीन नहीं कर पा रही थीं कि वे ऑलिवर को जन्म दे चुकी हैं और ये उनका अपना बच्चा है। उन्होंने कहा कि वे व्हील चेयर पर बैठी थीं और पास ही उनका बच्चा ट्यूब्स और वायर्स से घिरा हुआ था। जब सभी ने उन्हें बताया कि यह उनका बच्चा है, तो वे इतनी भावुक हो गई थीं कि उनकी आंखों से देर तक आंसू बह निकले थे। उन्होंने कहा कि नवजात बच्चे की जिम्मेदारियां नर्सेज ने बखूबी संभालीं। बच्चे को फीड करवाने का और उसके कपडे बदलने जैसे सभी छोटे-बडे काम उन्होंने ही किए। उल्लेखनीय है कि इस युगल के दो बेटे और भी हैं। दस वर्षीय बेन और 5 वर्षी लेविस घर पर ही हैं और स्वाइन फ्लू होने के बाद इन दिनों आराम कर रहे हैं।
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