हाथ मिलाना आज शिष्टाचार का अंग यानि कि प्रतीक मान लिया गया है। किसी भी कामकाजी व्यक्ति को आज अधिकांश समय घर से बाहर गुजारना पड़ता है। दिनभर में उसकी सैकड़ों परिचितों से मुलाकात होती है। जिनमें से अधिकांश के विषय में बहुत कम और सतही जानकारी ही होती है। मनुष्य के शरीर में चेहरा और हथेलियां सर्वाधिक संवेदनशील अंग हैं। इंसान के व्यक्तित्व के अनुसार ही इन अंगों पर सकारात्मक अथवा नकारात्मक ऊर्जा का संग्रह रहता है। यदि किसी बुरे व्यक्तित्व या स्वभाव के व्यक्ति से आप हाथ मिलाते हैं, तो इससे आपके व्यक्तित्व पर निश्चित रूप से हानिकारक प्रभाव पड़ता है। अत: शिष्टाचार के नाम पर हानि उठाने की बजाय हाथ जोड़कर नमस्कार करें और अधिक शिष्ट कहलाएं।
Saturday, May 1, 2010
वशीकरण का सबसे आसान तरीका
हाथ मिलाना आज शिष्टाचार का अंग यानि कि प्रतीक मान लिया गया है। किसी भी कामकाजी व्यक्ति को आज अधिकांश समय घर से बाहर गुजारना पड़ता है। दिनभर में उसकी सैकड़ों परिचितों से मुलाकात होती है। जिनमें से अधिकांश के विषय में बहुत कम और सतही जानकारी ही होती है। मनुष्य के शरीर में चेहरा और हथेलियां सर्वाधिक संवेदनशील अंग हैं। इंसान के व्यक्तित्व के अनुसार ही इन अंगों पर सकारात्मक अथवा नकारात्मक ऊर्जा का संग्रह रहता है। यदि किसी बुरे व्यक्तित्व या स्वभाव के व्यक्ति से आप हाथ मिलाते हैं, तो इससे आपके व्यक्तित्व पर निश्चित रूप से हानिकारक प्रभाव पड़ता है। अत: शिष्टाचार के नाम पर हानि उठाने की बजाय हाथ जोड़कर नमस्कार करें और अधिक शिष्ट कहलाएं।
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