संतान रेखा: सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत स्थित होता है। बुध पर्वत पर विवाह रेखा के पास ही संतान रेखाएं होती है। यहां जितनी रेखाएं होती हैं व्यक्ति की उतनी संतान के योग होते हैं। इसमें अधिक गहरी रेखाएं पुत्र और सामान्य रेखाएं पुत्री के योग की ओर संकेत करती है। यह रेखाएं टूटी हुई या कटी हुई तो इसका मतलब यही है संतान पर कुछ बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
Sunday, August 1, 2010
हस्तरेखा: आपकी संतान कितनी हैं?
संतान रेखा: सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत स्थित होता है। बुध पर्वत पर विवाह रेखा के पास ही संतान रेखाएं होती है। यहां जितनी रेखाएं होती हैं व्यक्ति की उतनी संतान के योग होते हैं। इसमें अधिक गहरी रेखाएं पुत्र और सामान्य रेखाएं पुत्री के योग की ओर संकेत करती है। यह रेखाएं टूटी हुई या कटी हुई तो इसका मतलब यही है संतान पर कुछ बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
अब आम आदमी को भी मिलेगी पेंशन
सरकारी कर्मचारियों के सेवानिवृति के बाद गुजर बसर के लिए पेंशन सुविधा प्रदान की जाती है, लेकिन आम आदमी इस सुविधा से वंचित था। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने नई पेंशन योजना लागू की है ताकि हर नागरिक इसका लाभ लेकर भविष्य को सुधार सके।
एक हजार रुपए सरकार का अंशदान :
योजना के तहत सरकार की ओर से 1 हजार रुपए अतिरिक्त अंशदान के रूप में जमा करवाए जाएंगे, लेकिन शर्त यह रहेगी कि आवेदनकर्ता के सालाना 12 हजार रुपए जमा हों। पेंशन की राशि की गणना भी आवेदनकर्ता की उम्र और उसकी प्रीमियम के आधार पर तय होगी।
लाभ 60 साल आयु के बाद
योजना का लाभ भारत का कोई भी नागरिक अथवा अप्रवासी भारतीय जिसकी आयु 18 से 55 साल है ले सकता है। उसे पेंशन का लाभ साठ साल की आयु पूरी होने के बाद मिलेगा। कोई भी व्यक्ति 500 रुपए व एक हजार रुपए अंशदान देकर इस योजना का लाभ ले सकता है। साल के अंत मंे खाते मंे कम से कम छह हजार की राशि होना आवश्यक है।
शीघ्र मिलेगे फार्म
इस योजना से आम आदमी को फायदा होगा। इसके लिए शीघ्र फार्म मिलेगे। फार्म मिलते ही इनका वितरण शुरू कर दिया जाएगा। आम आदमी को पेंशन की सुविधा दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने डाक विभाग को जिम्मा सौंपा है। आम आदमी को इसका लाभ मिलेगा। राधेश्याम शर्मा, डाक अधीक्षक, पाली
दुर्घटना से मृत्यु के योग तो नहीं?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हाथ की रेखाओं से ऐसे समय का अनुमान लगाया जा सकता है जब हमारे साथ कोई दुर्घटना होने की संभावना है। बस फिर उस समय सावधान रहकर हम दुर्घटना से बच सकते हैं।
यदि जीवन रेखा जगह-जगह से अन्य छोटी-छोटी रेखाओं से कटी हुई है तो वे दुर्घटना की संभावना को दर्शाती हैं।
जीवन रेखा पर द्वीप चिन्ह या क्रास जैसे चिन्ह अशुभ माने जाते हैं। यह चिन्ह जीवन पर संकट को बताते हैं।
2 मिनिट में जानें सफल होंगे या नहीं
प्रश्न करने की विधि- अपनी समस्या या प्रश्न सोचकर अपने आराध्य देव का नाम लेकर आंख बंद करें और अपने कम्प्यूटर के माउस कर्शर के पॉइन्ट को यंत्र के ऊपर घुमाएं और कुछ देर बार माउस रोककर देखें कि कर्शर किस अंक पर है, उसी अंक का उत्तर आपके प्रश्न का उत्तर होगा।
1. प्रश्न उत्तम है, कार्य पूर्ण होने की पूरी संभावना है।
2. आराध्य देव की पूजा करके कार्य शुरू करें, सफलता निश्चित मिलेगी।
3. इस कार्य का परिणाम गड़बड़ हो सकता है।
4. आपने कार्य के लिए जो रास्ता चुना है, उसे बदलकर नए तरीके से कार्य करें, सफलता अवश्य मिलेगी।
5. कार्य में सफलता संभावित है। कार्य भगवान पर छोड़ दें।
6. और अधिक प्रयत्न करने की जरूरत है, सफलता निश्चित ही मिलेगी।
7. कार्य में कई परेशानियां आएंगी परंतु कार्य पूर्ण हो जाएगा।
8. कार्य कठिनाइयों से भरा है, सफलता की उम्मीद कम है।
9. इस कार्य में शत-प्रतिशत सफलता सफलता मिलेगी।