अभी हाल ही में की जा रही रिसर्च के मुताबिक एलियंस भी ट्वीट कर रहे हैं। जी हां, एलियंस धरती से संपर्क करना चाहते हैं और वे इसके लिए ट्वीटर के कॉस्मिक वर्जन का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन पिछले कई दशकों से हम उनके इन संदेशों को पकड़ ही नहीं पा रहे हैं।कैलिफोर्निया के भौतिकशास्त्री डॉ. जेम्स बेनफोर्ड के अनुसार हम अब एलिंयस की तरह सोचकर काम कर रहे हैं। पिछले कई दशकों से वे हमसे संपर्क करना चाहते हैं और इसके लिए छोटे-छोटे संदेश भी भेज रहे हैं। जिस तरह से ट्वीटर पर ट्वीट्स एक तरह के छोटे संदेश होते हैं। जेम्स के अनुसार पिछले कई दशकों से वैज्ञानिकों ने एलियंस से संपर्क करने के गलत तरीकों को अपनाया है।

12 साल में एमएससी, 21 साल में पीचएडी और 22 साल में प्रोफेसरी करने वाले तथागत अवतार तुलसी के बारे में कहना है कि उनका तेज दिमाग ‘प्रोग्रामिंग’ की देन है। ऐसा उनके पिता प्रोफेसर तुलसी नारायण का दावा है। वह यहां तक कहते हैं कि कोई भी इस तरह की ‘प्रोग्रामिंग’ कर जीनियस दिमाग वाला बच्चा पा सकता है। तथागत अवतार तुलसी के माता-पिता के चेहरे पर तब मुस्कान बिखर गई थी जब उनके बेटे को 2003 में दुनिया सात सबसे प्रतिभाशाली युवाओं में शामिल किया गया था। हालांकि, तुलसी के माता-पिता ने उसके जन्म से पहले ही यह तय कर लिया था कि तुलसी जीनियस होगा।
मध्यप्रदेश में एक थाना ऐसा भी है, जहां शाम ढलते ही थाने में पदस्थ पुलिस कर्मी सारे काम छोड कर सांप और बिच्छुओं को पकडने में लग जाते हैं।
यूं तो वशीकरण के कई तरीके प्रचलित हैं। जिनमें से कुछ तो सार्वजनिक हैं तथा कुछ अत्यंत गोपनीय किस्म के होते हैं। यंत्र, तंत्र और मंत्र के क्षेत्र में ही वशीकरण के कई अचूक और १०० प्रतिशत प्रमाणिक साधन या उपाय उपलब्ध हैं। किन्तु हर प्रयोग में किसी न किसी विशेष विधी एवं नियम-कायदों का पालन करना पड़ता ही है। यहां तक कि कुछ प्रयोग स्वयं प्रयोगकर्ता के लिये भी जोखिम भरे होते हैं। इसीलिये, आज की इस भाग-दोड़ भरी जिंदगी में इंसान ऐसे तरीके या उपाय चाहता है, जो कम से कम समय में सम्पन्न हो सके और किसी भी प्रकार के खतरे से पूरी तरह से सुरक्षित भी हों।
स्कॉटलैंड का ये एक छोटा और खूबसूरत सा गांव है मिलटन। मिलटन के पास डंबरटन के शांत इलाके में बना है ओवरटोन ब्रिज। इस ब्रिज की कहानी भी काफी रहस्यमयी है। इस ब्रिज पर आज तक किसी इंसान की जान नहीं गई है।
यह व्यक्ति कार धोने के लिए दुनिया में सबसे ज्यादा चार्ज करता है। वह प्रत्येक वाहन के 7200 पाउंड यानी 5 लाख 18 हजार रु. लेता है। 30 वर्षीय गुरचरन सहोता हर कार की सफाई में 250 घंटे लगाते हैं। इस काम के लिए वह 100 तरह के तरल पदार्थो और वैक्स का इस्तेमाल करते हैं, जिनकी कीमत 8200 पाउंड प्रति टब है।