Tuesday, April 20, 2010

फोटोग्राफर जॉन ने लपटों के बीच ली फोटो


लावा उगलते आइजफजालाजोकुल ज्वालामुखी को एकदम करीब से देखने वाले जॉन बैट्टी ने इसके काफी करीब से फोटो भी लिए। दरअसल जान वहां एड फिल्म शूटिंग के लिए गए थे। कपड़ों के विज्ञापन की शूटिंग के लिए कैमरे सेट कर रहे 58 वर्षीय जॉन बैट्टी को अचानक हवा घुटनभरी महसूस हुई, उन्होंने देखा 500 फीट दूर पहाड़ के मुहाने से लावा निकल रहा था। उनकी जीभ को भी अहसास हो चुका था कि यहां जहर हवाओं में फैल रहा है। उन्होंने कैमरे का मुंह दहकते मुहाने पर टिका दिया।

कुछ ही देर में लावा उनसे महज 10 फीट की दूर रह गया। 20 मार्च को ज्वालामुखी से लावा निकला था लेकिन बाद में इसका गुस्सा कम हो गया था। बैट्टी इसके दूसरे विस्फोटों को भी देखना चाहते थे लेकिन उनकी क्षमताएं जवाब देने लगी थीं। अपने अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा कि वहां ऑक्सीजन की कमी के चलते दम घुटने लगा था।



बैट्टी ने जिस फ्लाइट से आइसलैंड छोड़ा उसके बाद कोई फ्लाइट इस क्षेत्र से नहीं गुजरी। अगले दिन बैट्टी को पता चला कि ज्वालामुखी ने 20 हजार फीट की ऊंचाई पर धूल-धुएं के गुबार फैला दिए हैंै। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि वे मौत के मुहाने निकल आए हैं और कुछ ऐसी नायाब तस्वीरें भी ले आए हैं जो बेहद खास हैं।













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