
दुनिया भर में बाघों की घटती संख्या की खबरों के बीच गुजरात के सिंहों ने नई उम्मीद बंधाई है। हाल ही में संपन्न सिंहगणना के बाद संकेत मिले हैं कि राज्य में सिंहों की संख्या बढ़कर चार सौ से ज्यादा हो गई है। खासकर गिर अभयारण्य में सिंहवंश की कब्र के रूप में बदनाम बाबरिया रेंज में सिंहों की संख्या बढ़ने के संकेत हैं। राज्य सरकार रविवार को सिंहों की संख्या की आधिकारिक घोषणा करेगी।
प्यास सबको लगती है , गला सबका सूखता है
मुझे हाल में गुजरात के गिर अभयारण्य में फोटोग्राफी का मौका मिला। मैं गुरुवार तड़के करीब 6 बजे बाबरिया रेंज पहुंच गया। कोई 15-20 मिनट हुए होंगे कि सामने झाड़ी में कुछ हलचल महसूस हुई। झाड़ियों से एक के बाद एक शेरों के सात शावक निकले और वन विभाग के बनाए छोटे से तालाब से पानी पीने लगे। कुछ ही मिनटों में ही उनकी मां और दो शेरनी भी उनका साथ देने लगीं। ये सभी करीब 10 मिनट तक अपनी प्यास बुझाते रहे और मैं लगातार अपना कैमरा क्लिक करता रहा। मेरे लिए यह जीवन के कभी न भूलने वाले अद्भुत क्षण थे। मैं पिछले 15 सालों से गिर वन में जा रहा हूं पर कभी ऐसा अवसर नहीं मिला।











यूं तो वशीकरण के कई तरीके प्रचलित हैं। जिनमें से कुछ तो सार्वजनिक हैं तथा कुछ अत्यंत गोपनीय किस्म के होते हैं। यंत्र, तंत्र और मंत्र के क्षेत्र में ही वशीकरण के कई अचूक और १०० प्रतिशत प्रमाणिक साधन या उपाय उपलब्ध हैं। किन्तु हर प्रयोग में किसी न किसी विशेष विधि एवं नियम-कायदों का पालन करना पड़ता ही है। इसीलिये, आज की इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में इंसान ऐसे तरीके या उपाय चाहता है जो कम से कम समय में सम्पन्न हो सकें। आजकल हर इंसान शार्टकट के जुगाड़ में लगा रहता है।







