होशियारपुर। इस जगह पर और तमाम ऐसे प्रमाण खुदाई में मिले हैं जो पांच हजार साल पुराने महाभारत की सच्चाई बयान करते हैं।
पंजाब के होशियारपुर के इसी गांव में भीम का वो मंदिर भी है जिससे जुड़ी एक ही बहुत विचित्र कहानी। यहीं आसपास है वो किला जिसमें राजा जनमेजय रहा करता था। और जब इस किले की खुदाई हुई तो तमाम हड्डियां इसके अंदर से निकली।
इस जगह पर सर्प मेध यज्ञ हुआ था। इसलिए मान्यता है कि यहां सांप के जहर का कोई असर नहीं पड़ता। सैकड़ों किलोमीटर दूर से सर्प दंश के शिकार लोग यहां आते हैं और कहा ये जाता है कि यहां आते ही वो ठीक भी हो जाते हैं।
मालूम हो कि राजा परीक्षित अभिन्यु के बटे थे और राजा जनमेजय परीक्षित के बेटे थे। यहां पर सर्प मेध यज्ञ के बाद राजा जनमेजय संन्यासी बनकर जंगल में चले गए थे।
0 comments:
Post a Comment