Wednesday, November 18, 2009

गीता-मर्म

गीता -मर्म के माद्यम से निम्न बातों को देखनें से यह सम्भव हो सकता हैकि इंद्रियों से बुद्धि तक की ऊर्जा का रूपांतरण होजाए और बुद्धि का आखिरी बंद दरवाजा खुले जिसके माद्यम से वह दिखे जिसकी हमारी जनम-जनम से चाह है यहाँ आप निम्न बातों को देखें ...........

१- जब आप कोई चीज देखते हैं तब निम्न प्रश्न अंदर उठते हैं............

क-यह क्या है?

ख-कहाँ से आई है

ग-कौन लाया है

घ-क्यों लाया है

लेकिन क्या इन प्रश्नों को आपनें स्वयं से पूछा है
की आप कौन हैं , किससे हैं, क्यों हैं ?
इन प्रश्नों का उत्तर का नाम ही गीता है ।
WHO AM I ? The awareness of I is meditation.

0 comments:

Post a Comment